Best Rahat Indori Shayari In Hindi | 299+ राहत इंदौरी शायरी
Rahat Indori Shayari In Hindi : राहत इंदौरी साहब का नाम उर्दू शायरी की दुनिया में एक सुनहरे सितारे के रूप में लिया जाता है। वह न केवल एक महान शायर थे, बल्कि एक बेहतरीन गीतकार भी थे। 1 जनवरी 1950 को मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्मे राहत साहब ने अपनी कलम से लाखों दिलों को छुआ। उनके अल्फाज़ आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। उनकी शायरियों में इश्क़, बगावत और समाज की सच्चाई का बेहतरीन मिश्रण मिलता है, जो हर दौर में लोगों को प्रेरित करता है।
राहत इंदौरी साहब की राहत इंदौरी शायरी हिंदी 2 लाइन और राहत इंदौरी शायरी हिंदी 4 लाइन हर दिल को छू लेने वाली होती है। अगर आप मोहब्बत के एहसास को अल्फाज़ में ढूंढ रहे हैं, तो Rahat Indori Shayari Love आपके जज़्बातों को बखूबी बयां करती है। वहीं, जो लोग उर्दू शायरी के शौकीन हैं, उनके लिए Rahat Indori Shayari In Urdu खास तोहफा है।
सिर्फ इश्क़ ही नहीं, राहत साहब की शायरी में समाज की सच्चाई को भी बखूबी बयां किया गया है। राहत इंदौरी शायरी हिंदी राजनीति उनके बेबाक अंदाज का बेहतरीन उदाहरण है, जो लोगों के दिलों को झकझोर देती है। वहीं, अगर आप जिंदगी में आगे बढ़ने की प्रेरणा ढूंढ रहे हैं, तो राहत इंदौरी मोटिवेशनल शायरी आपके हौसले को नई उड़ान देगी।
चाहे आप राहत इंदौरी शायरी हिंदी 1 लाइन में कम शब्दों में गहरी बात कहनी हो या लंबी शायरी के जरिए अपनी भावनाओं को बयां करना चाहते हों, यहां हम आपके लिए राहत साहब की सबसे बेहतरीन शायरी का संग्रह लेकर आए हैं।
यह संग्रह आपको न केवल राहत साहब के कलाम की गहराई महसूस कराएगा, बल्कि आपके जज़्बात को अल्फाज़ में बयां करने में भी मदद करेगा। उनके हर लफ्ज़ में एक अलग जादू है, जो दिल को छू जाता है।
अगर आप भी राहत इंदौरी साहब की शायरी को पढ़ना और शेयर करना पसंद करते हैं, तो यह कलेक्शन आपके दिल के बहुत करीब होगा।
Table of Contents
Rahat Indori Shayari
हाथ ख़ाली हैं तिरे शहर से जाते जाते
जान होती तो मिरी जान लुटाते जाते
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है
उम्र गुज़री है तिरे शहर में आते जाते..
सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहें,
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहें,
शाखों से टूट जाए वो पत्ते नहीं हैं हम,
आंधी से कोई कह दे की औकात में रहें..
लोग हर मोड़ पे रुक-रुक के सँभलते क्यूँ हैं,
इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यूँ हैं.
प्यार के उजाले में गम का अँधेरा क्यों है,
जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है,
मेरे रब्बा अगर वो मेरा नसीब नहीं तो,
ऐसे लोगो से हमे मिलता क्यों है.
मेरी सांसों में समाया भी बहुत लगता है,
और वही शख्स पराया भी बहुत लगता है,
उससे मिलने की तमन्ना भी बहुत है लेकिन
आने जाने में किराया भी बहुत लगता है.
धनक है, रंग है, एहसास है की खुशबू है,
चमक है, नूर है, मुस्कान है के आँसू है,
मैं नाम क्या दूं उजालों की इन लकीरों को
खनक है, रक्स है, आवाज़ है की जादू है.
आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो,
एक ही नद्दी के हैं ये दो किनारे दोस्तो
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो.
Best Rahat Indori Shayari
फैसला जो कुछ भी हो, हमें मंजूर होना चाहिए,
जंग हो या इश्क हो, भरपूर होना चाहिए,
भूलना भी हैं, जरुरी याद रखने के लिए,
पास रहना है, तो थोडा दूर होना चाहिए.
तुम ही सनम हो, तुम ही खुदा हो,
वफा भी तुम हो तुम, तुम ही जफा हो,
सितम करो तो मिसाल कर दो,
करम करो तो कमाल कर दो.
ये सहारा जो नहीं हो तो परेशान हो जाएँ,
मुश्किलें जान ही लेलें अगर आसान हो जाएँ,
ये जो कुछ लोग फरिश्तों से बने फिरते हैं,
मेरे हत्थे कभी चढ़ जाएँ तो इंसान हो जा.
अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे,
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे,
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे,
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे.
विश्वास बन के लोग ज़िन्दगी में आते है,
ख्वाब बन के आँखों में समा जाते है,
पहले यकीन दिलाते है की वो हमारे है,
फिर न जाने क्यों बदल जाते है.
मैं एक गहरी ख़ामोशी हूँ आ झिंझोड़ मुझे,
मेरे हिसार में पत्थर-सा गिर के तोड़ मुझे,
बिखर सके तो बिखर जा मेरी तरह तू भी,
मैं तुझको जितना समेटूँ तू उतना जोड़ मुझे.
जहाँ से गुजरो धुआं बिछा दो,
जहाँ भी पहुंचो धमाल कर दो,
तुम्हें सियासत ने हक दिया है,
हरी जमीनों को लाल कर दो.
किसने दस्तक दी है दिल पर कौन है ,
आप तो अंदर हैं, बाहर कौन है.
राहत इंदौरी शायरी हिंदी 4 लाइन
जो छेड़ दे कोई नगमा तो खिल उठें तारे,
हवा में उड़ने लगी रोशनी के फव्वारे,
आप सुनते ही नजरों में तैर जाते हैं,
दुआएं करते हुए मस्जिदों के मीनारें.
अजीब लोग हैं मेरी तलाश में मुझको,
वहाँ पर ढूंढ रहे हैं जहाँ नहीं हूँ मैं,
मैं आईनों से तो मायूस लौट आया था,
मगर किसी ने बताया बहुत हसीं हूँ मैं.
तुम्हें किसी की कहाँ है परवाह,
तुम्हारे वादे का क्या भरोसा,
जो पल की कह दो तो कल बना दो,
जो कल की कह दो तो साल कर दो.
जा के ये कह दो कोई शोलो से, चिंगारी से
फूल इस बार खिले है बड़ी तय्यारी से,
बादशाहों से भी फेंके हुए सिक्के ना लिए
हमने ख़ैरात भी माँगी है तो ख़ुद्दारी से.
इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गए,
तेरे हाथों में तो ये कंगन भी ढीले हो गए,
फूल बेचारे अकेले रह गए है शाख पर,
गाँव की सब तितलियों के हाथ पीले हो गए.
शहरों में तो बारुदों का मौसम है,
गांव चलो अमरूदों का मौसम है,
सूख चुके हैं सारे फूल फरिश्तों के,
बागों में नमरूदों का मौसम है.
लू भी चलती थी तो बादे-शबा कहते थे,
पांव फैलाये अंधेरो को दिया कहते थे,
उनका अंजाम तुझे याद नही है शायद,
और भी लोग थे जो खुद को खुदा कहते थे.
Rahat Indori shayari 2 line
दोस्ती जब किसी से की जाए
दुश्मनों की भी राय ली जाए.
आँख में पानी रखो, होंटों पे चिंगारी रखो
ज़िंदा रहना है तो, तरकीबें बहुत सारी रखो.
नए किरदार आते जा रहे हैं
मगर नाटक पुराना चल रहा है.
एक ही नद्दी के हैं ये दो किनारे
दोस्तो दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो.
बीमार को मरज़ की दवा देनी चाहिए
मैं पीना चाहता हूँ पिला देनी चाहिए.
रोज पत्थर की हिमायत में ग़ज़ल लिखते हैं
रोज़ शीशों से कोई काम निकल पड़ता है.

अजनबी ख़्वाहिशें, सीने में दबा भी न सकूँ
ऐसे ज़िद्दी हैं परिंदे, कि उड़ा भी न सकूँ.
शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम
आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे.
राहत इंदौरी मोटिवेशनल शायरी
शाखों से टूट जाए वो पत्ते नहीं हैं हम
आंधी से कोई कह दे की औकात में रहें.
राह के पत्थर से बढ के, कुछ नहीं हैं मंजिलें
रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो.
कभी महक की तरह हम गुलों से उड़ते हैं
कभी धुएं की तरह पर्वतों से उड़ते हैं.
सफ़र की हद है वहां तक की कुछ निशान रहे
चले चलो की जहाँ तक ये आसमान रहे.
ये जा के मील के पत्थर पे कोई लिख आये
वो हम नहीं हैं, जिन्हें रास्ता चलाता है.
सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहें
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहें.
Rahat Indori Shayari On Life
दिलों में आग, लबों पर गुलाब रखते हैं,
सब अपने चहेरों पर, दोहरी नकाब रखते हैं,
हमें चराग समझ कर भुझा ना पाओगे,
हम अपने घर में कई आफ़ताब रखते हैं.
साँसे हैं हवा दी है, मोहब्बत है वफ़ा है,
यह फैसला मुश्किल है कि हम किसके लिए हैं,
गुस्ताख ना समझो तो मुझे इतना बता दो,
अपनों पर सितम है तो करम किसके लिए हैं.
यही ईमान लिखते हैं, यही ईमान पढ़ते हैं,
हमें कुछ और मत पढवाओ, हम कुरान पढ़ते हैं,
यहीं के सारे मंजर हैं, यहीं के सारे मौसम हैं,
वो अंधे हैं, जो इन आँखों में पाकिस्तान पढ़ते हैं.
कम नहीं हैं मुझे हमदमों से,
मेरा याराना है इन गमों से,
मैं खुशी को अगर मुंह लगा लूं,
मेरे यारों का दिल टूट जाए.
जा के ये कह दे कोई शोलों से चिंगारी से इश्क़ है
फूल इसबार खिलेगी बड़ी तैयारी है
मुदात्तो क बाद यु तब्दिल हुआ है मौसम
जैसे छुटकारा मिली हो बीमारी से.
तेरी हर बात मोहब्बत में गँवारा करके,
दिल के बाज़ार में बैठे हैं खसारा करके,
मैं वो दरिया हूँ कि हर बूंद भंवर है जिसकी,
तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके.
आग के पास कभी मोम को लाकर देखूँ,
हो इज़ाज़त तो तुझे हाथ लगाकर देखूँ,
दिल का मंदिर बड़ा वीरान नज़र आता है
सोचता हूँ तेरी तस्वीर लगाकर देखूँ.
तन्हाई ले जाती है जहाँ तक याद तुम्हारी,
वही से शुरू होती है ज़िन्दगी हमारी,
नहीं सोचा था चाहेंगे हम तुम्हे इस कदर,
पर अब तो बन गए हो तुम किस्मत हमारी.
कभी महक की तरह हम गुलों से उड़ते हैं,
कभी धुएं की तरह पर्वतों से उड़ते हैं,
यह क्या हमें उड़ने से खाक रोकेंगे
कि हम परों से नहीं हौसलों से उड़ते हैं.
नयी हवाओं की सोहबत बिगाड़ देती हैं,
कबूतरों को खुली छत बिगाड़ देती हैं,
जो जुर्म करते है इतने बुरे नहीं होते,
सज़ा न देके अदालत बिगाड़ देती हैं.
Rahat Indori Shayari on Love
सफ़र की हद है वहाँ तक की कुछ निशान रहे,
चले चलो की जहाँ तक ये आसमान रहे,
ये क्या उठाये कदम और आ गयी मंजिल,
मज़ा तो तब है के पैरों में कुछ थकान रहे.
एक ही नद्दी के हैं ये दो किनारे
दोस्तो दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो.
इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गए
तेरे हाथों में तो ये कंगन भी ढीले हो गए.
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं,
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं,
गुजरता.
ये दुनिया है इधर जाने का नईं,
मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर,
मगर हद से गुजर जाने का नईं.
शहर क्या देखें कि हर मंज़र में जाले पड़ गए,
ऐसी गर्मी है कि पीले फूल काले पड़ गए.
FAQ – Rahat Indori Shayari In Hindi
Q1: राहत इंदौरी शायरी क्यों प्रसिद्ध है?
A1: राहत इंदौरी शायरी अपनी बेबाक शैली, समाज की सच्चाई और इश्क़ के जज़्बातों को गहराई से बयां करने के लिए प्रसिद्ध है।
Q2: राहत इंदौरी की कौन-कौन सी शायरियां सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं?
A2: राहत इंदौरी की प्रसिद्ध शायरियां हैं – “अगर खिलाफ हैं होने दो, जान थोड़ी है…”, “बुलाती है मगर जाने का नहीं…” और “कोई हाथ भी न मिलाएगा…”।
Q3: राहत इंदौरी शायरी को कहां पढ़ सकते हैं?
A3: आप Rahat Indori Shayari उनकी किताबों, ऑनलाइन वेबसाइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पढ़ सकते हैं।
Q4: राहत इंदौरी शायरी का मुख्य विषय क्या है?
A4: राहत इंदौरी शायरी में इश्क़, समाज की सच्चाई, राजनीति, बगावत और मोटिवेशनल विषय शामिल हैं।
Q5: क्या राहत इंदौरी शायरी मोटिवेशनल होती है?
A5: हां, राहत इंदौरी मोटिवेशनल शायरी लोगों को जीवन की सच्चाई और हिम्मत से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
Q6: राहत इंदौरी शायरी हिंदी 2 लाइन कैसे पढ़ सकते हैं?
A6: राहत इंदौरी शायरी हिंदी 2 लाइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, वेबसाइटों और किताबों में आसानी से मिल जाती है।
Q7: Rahat Indori Shayari In Urdu कहां उपलब्ध है?
A7: Rahat Indori Shayari In Urdu उनकी किताबों, ऑनलाइन पोर्टल्स और शायरी वेबसाइटों पर उपलब्ध है।
Q8: राहत इंदौरी की राजनीति पर लिखी शायरियां क्या हैं?
A8: राहत इंदौरी शायरी हिंदी राजनीति में समाज की सच्चाई, भ्रष्टाचार और इंसाफ के मुद्दों को बेबाकी से बयां किया गया है।
Q9: राहत इंदौरी शायरी हिंदी 4 लाइन कैसे मिल सकती है?
A9: राहत इंदौरी शायरी हिंदी 4 लाइन के रूप में उनकी किताबों, वेबसाइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है।
Q10: क्या राहत इंदौरी शायरी को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा सकता है?
A10: हां, आप Rahat Indori Shayari को सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं और उनके अल्फाज़ों को दुनिया तक पहुंचा सकते हैं।
निष्कर्ष
राहत इंदौरी शायरी सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि एक एहसास है जो दिलों को छू जाती है। राहत साहब की शायरियों में जिंदगी, मोहब्बत और समाज की कड़वी सच्चाई का अनूठा संगम देखने को मिलता है। उनकी शायरी में हर इंसान के दिल की आवाज़ सुनाई देती है।
अगर आप भी राहत इंदौरी शायरी के फैन हैं, तो ये संग्रह आपके जज़्बातों को और भी खूबसूरत बना देगा। चाहे आप इश्क़ का इज़हार करना चाहते हों या समाज की सच्चाई बयान करना, राहत साहब की शायरियां हर मौके पर आपकी आवाज़ बन सकती हैं। अपनी पसंदीदा शायरी को सोशल मीडिया पर शेयर करें और Rahat Indori Shayari के अल्फाज़ों को और आगे तक पहुंचाएं। राहत साहब के अल्फाज़ हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।
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