तू पसंद है मुझको बस कहने से डरता हूँ, चोरी-चोरी बस तुझसे ही इश्क करता हूँ.

है अगर इश्क़ तो असर भी होगा, है जितना इधर, उतना उधर भी होगा.

एक तरफा ही सही प्यार तो प्यार है, उसे हो या ना हो मुझे बेशुमार है.

तू पसंद है मुझको बस कहने से डरता हूँ, चोरी-चोरी बस तुझसे ही इश्क़ करता हूँ.

प्यार करने का सलीका मैंने सीखा तुझसे, एक तरफ़ा प्यार करके.

हर एक सच्चा प्यार एक तरफा नहीं होता, पर एक तरफ़ा प्यार हमेशा सच्चा होता है.

तुझे प्यार नहीं है मुझसे,ये जानता है दिल, फिर भी रोज़ तेरी हाँ की उम्मीद लगाता है.

तू तो बेनकाब कर गई मेरे दो तरफा प्यार को, एकतरफ़ा कर गई.

ये एक तरफा मोहब्बत है, बात नहीं होती उससे पर फिक्र उसी की होती है.

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One Side Love Shayari

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