कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे, मुझसे कर लो मोहब्बत मैं तो बेवफा भी नहीं,
झूठ कहूँ तो बहुत कुछ है मेरे पास, सच कहूँ तो कुछ नही सिवा तेरे मेरे पास.
काश तू समझ सकती मोहब्बत के उसूलों को, किसी की साँसों में समाकर उसे तन्हा नहीं करते.
किसके साथ चलूं, किसकी हो जाऊं, बेहतर है अकेली रहूँ और तन्हा हो जाऊं.