Kismat Shayari
150+ Kismat Shayari in Hindi – किस्मत शायरी इन हिंदी
Kismat Shayari 2 Lines

मंजूर है मुझे हर शर्त वो तेरी,
मैं किस्मत में नहीं, खुद पर यकीं रखती हूं.

क़िस्मत मे है जो लिखा, वो आखिर होकर रहता,
हैं चंद लकीरें उलझी सी, हाथों में रखा ही क्या.
कभी कभी किस्मत भी कमाल कर देता है,
रोटी कमाने निकलों तो सिर पर ताज रख देता है.

हैरान हो जाएंगे देखकर दुनिया वाले मेरी बरक़त को,
कुछ इस कदर बदल देंगे हम अपनी किस्मत को.
हँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडे,
हर शख्स की किस्मत में इनाम नहीं होता.

बदलता नहीं ये किस्मत, कैसी है इसकी फितरत,
सोचता हूँ खरीद लू, पर लेता नहीं ये रिश्वत.

मुक़द्दर की लिखावट का एक ऐसा भी कायदा हो,
देर से किस्मत खुलने वालो का दुगुना फायदा हो.
तलब ऐसी है कि साँसों में बसा लूँ तुम्हें,
और किस्मत ऐसी है कि देखने को मोहताज हूँ तुम्हें.
बिकने वाले और भी है जाओ जाकर खरीद लो,
हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते है.